Tumbbad Movie Review In Hindi 2024
आज की इस आर्टिकल में हम ‘Tumbbad Movie Review’ करने वाले हैं | आज ‘Tumbbad Movie Review’ की पूरी जानकारी मिलने वाली है आखिर जो ‘Tumbbad Movie’ है जो उसकी कहानी है आखिर मूवी से क्या सीख मिलती है क्या यह मूवी किस देखनी चाहिए या यह जो मूवी है यह इसका इस मूवी को बनाने का उद्देश्य क्या है इस करके इस आर्टिकल के बिल्कुल अंत तक जरूर बन रहे|
Tumbbad Movie Reviews
कहानी की शुरुआत होती है एक छोटे से गांव से जहां पर एक माता होती है और उनका दो बेटा होता है और जो उसका पिता जी होते हैं वह बचपन में ही उसकी मृत्यु हो जाती है लेकिन किसी तरह उसकी मां जो है वह अपने दोनों बेटे का पालन पोषण करती है और उसे बड़ा करती है जिसमें की एक जो उसका जो बेटा होता है वह काफी ज्यादा लालची होता है वह बिल्कुल अपने पिता की तरह होता है उसका पिता भी ऐसे ही लालची था जिस वजह से वह मर गया वैसे उसका बेटा लालची होता है और इस लालजी के चक्कर में वह उसकी मां गांव में अपने बच्चों को लेकर रह रही थी वह गांव छोड़ना हो नहीं चाहता था अचानक से एक दिन उसके बेटे को चोट लगी और वह शहर की तरफ अपने बेटे को ले गई इलाज करवाने के लिए |
और हां से आती है तो वह अपने दोनों बेटे से कहती है कि चलो नहीं रहना है यहां से कहीं हम दूर चलते हैं लेकिन जो उसका एक बेटे लालची होता है वह बिल्कुल नहीं मानता क्योंकि उसे वह खजाना वहां पर उसे गांव में एक खजाना बहुत पुराना खजाना होता है जिसे वह छोड़कर नहीं जाना चाहता था वह चाहता था कि यह खजाना में लेकर जाऊं तब उसकी मां उससे एक सोने का सिक्का देती है और कहती है एक खजाना काफी है और कहती है लेकिन उसके बेटे को सिर्फ एक नहीं पूरा का पूरा खजाना चाहिए था |
Tumbbad Movie Review
उसके बाद फिल्म लगभग कुछ साल बाद की दिखाई जाती है जहां पर यह दिखाया जाता है कि अब जो उसका बेटा है वह काफी ज्यादा बड़ा हो जाता है और बड़ा होने के बाद जहां पर वह पुराना वाला खजाना छिपा होता है रहता है वहां पर बहुत ही एक डरावना सा एक बहुत ही पुराना सा एक खंडर बांग्ला होता है घर होता है जहां पर कोई लोग सोच भी नहीं सकता यहां पर खजाना होता है वहां पर भूत का वास होता है जहां पर सब लोग जाने से डरते थे लेकिन वह लड़का वहां पर अकेले जाता है क्योंकि उसे कुछ खजाने का लालच था वह किसी तरह उसे खजाने को खाना चाहता था धीरे-धीरे करके के लाता गया और वह अमीर बनता गया |
एक दिन उस शहर में जो एक व्यापारी होता है उसे पता चलता है कि आखिर यह जो लड़का है आखिर यह जो आदमी है आखिर यह सोने का सिक्का लता कहां से है तब जाकर उसकी सीआईडी करता है उसका पीछा करता है तब पता चलता है कि किसी गांव में एक खंडर होता है जहां पर पुराना खजाना छुपा होता है लेकिन यह उसे आदमी की यानी उसकी बेटी की चाल होती है वह किसी तरह उसको अपनी जाल में फंसा लेता है और जो कोई व्यापारी होता है उसकी वहीं पर खंडहर में जाकर मृत्यु हो जाती है उसे बिल्कुल भी नहीं पता होता है कि खजाना वहां से कैसे लिया जाता है जो खजाना लेने का जो तरीका था वह बिल्कुल अलग होता है काफी ज्यादा खतरनाक होता है |
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